फलई, मनसूना व चोपड़ा में बहुउद्देशीय शिविरों का आयोजन

रुद्रप्रयाग। “जन-जन की सरकार, जन-जन के द्वार” अभियान के अंतर्गत जनपद के तीन स्थानों जूनियर हाई स्कूल, फलई, राजकीय इंटर कॉलेज, मनसूना, एवं राजकीय इंटर कॉलेज, चोपड़ा में बहुउद्देशीय शिविरों “प्रशासन गांव की ओर” कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता जूनियर हाई स्कूल, फलई में आयोजित शिविर में उन्होंने सर्वप्रथम विभिन्न विभागों की ओर से लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया। इन स्टॉलों के माध्यम से ग्रामीणों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई तथा पात्र लाभार्थियों को मौके पर ही योजनाओं से लाभान्वित किया गया। शिविर में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, कृषि, पशुपालन, डेयरी, मत्स्य, उद्योग, समाज कल्याण, पंचायती राजध्ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयुष्मान आरोग्य शिविर, राजस्व विभाग, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास, समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पंजीकरण, राशन कार्ड केवाईसी, एलपीजी केवाईसी सहित विभिन्न विभागों ने सहभागिता की। मुख्य विकास अधिकारी ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समयबद्ध एवं पारदर्शी तरीके से प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक सुनिश्चित किया जाए। इसके पश्चात विभिन्न विभागीय अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग से संबंधित योजनाओं एवं आवेदन प्रक्रियाओं की जानकारी ग्रामीणों को दी। ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर अमित रावत ने ग्रामीणों को समान नागरिक संहिता (यूसीसी) तथा यूसीसी पोर्टल पर पंजीकरण की प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 26 मार्च 2010 के बाद संपन्न विवाहों का पंजीकरण अनिवार्य है तथा सभी पात्र नागरिक शीघ्र पंजीकरण कराएं। इस दौरान ग्रामीणों की ओर से 83 समस्याएं अधिकारियों के समक्ष रखी गईं, जिनमें से 57 समस्याओं का समाधान मौके पर ही किया गया। शेष समस्याओं के शीघ्र निस्तारण हेतु संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए। ग्रामीणों ने बंदरों, सूअरों एवं अन्य जंगली जानवरों की बढ़ती सक्रियता से उत्पन्न समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट कराया। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने वन विभाग को तत्काल टीम भेजकर बंदर पकड़ने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त विद्युत, सड़क, आवास, गौशालाओं, सौर ऊर्जा आदि से संबंधित समस्याएं भी रखी गईं। शिविर में समान नागरिक संहिता के अंतर्गत 14 विवाह पंजीकरण भी संपन्न कराए गए। मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों में निरंतर 27 न्याय पंचायतों में ऐसे उद्देश्यपरक शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इन शिविरों का उद्देश्य ग्रामीणों की समस्याओं को उनके क्षेत्र में जाकर सुनना एवं उनका त्वरित समाधान करना है। उन्होंने ग्रामीणों से अधिक से अधिक संख्या में शिविरों में सहभागिता करने, अपनी समस्याएं प्रशासन के समक्ष रखने तथा विभिन्न विभागों की जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने “मेरी योजना” पुस्तक की जानकारी देते हुए बताया कि इसमें केंद्र एवं राज्य सरकार की समस्त योजनाओं एवं उनकी प्रक्रियाओं का विवरण उपलब्ध है, जिसे ऑनलाइन माध्यम से डाउनलोड किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त उन्होंने भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने को लेकर ‘भूदेव मोबाइल एप’ डाउनलोड करने की अपील की। मुख्य विकास अधिकारी ने विश्वास दिलाया जनहित से जुड़ी प्रत्येक समस्या के समाधान को लेकर सभी अधिकारी सदैव तत्पर है।
उपजिलाधिकारी उखीमठ अनिल शुक्ला की अध्यक्षता में राजकीय इंटर कॉलेज मनसूना में आयोजित बहुउद्देशीय शिविर में ग्रामीणों ने 20 से अधिक समस्याएं अधिकारियों के समक्ष रखी, जिनमें से अधिकांश समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया। उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी की अध्यक्षता में राइंका चोपड़ा में आयोजित शिविर में ग्रामीणों ने 136 समस्याएं अधिकारियों के समक्ष रखी, जिनमें से 100 समस्याओं का समाधान मौके पर ही किया। इन शिविरों का मुख्य उद्देश्य दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों तक शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को सीधे पहुँचाना, पात्र लाभार्थियों को योजनाओं से लाभान्वित करना तथा जनसमस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करना रहा। शिविर में ग्राम प्रधान फलई प्रकाश चंद्र, पूर्व प्रधान फलई विजय पाल राणा, खंड विकास अधिकारी अगस्त्यमुनि सुरेश शाह, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेन्द्र बिष्ट, जिला समाज कल्याण अधिकारी टी.आर. मलेठा, अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग मीनल गुलाटी, मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेन्द्र बिष्ट, जिला पूर्ति अधिकारी  के.एस. कोहली, जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्रा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।

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